मैं खुद में ही सोचने लगी, "पता नहीं, लोगों को खुद की जिन्दगी से ज्यादा दूसरों की जिन्दग मैं खुद में ही सोचने लगी, "पता नहीं, लोगों को खुद की जिन्दगी से ज्यादा दूसरों की...
मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वैसे तो म मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वै...
जोर की बरसात हो रही है, मैं दरवाजे पर कुर्सी पर बैठ कर काफी की चुस्कियां ले रही हूँ............बारिश... जोर की बरसात हो रही है, मैं दरवाजे पर कुर्सी पर बैठ कर काफी की चुस्कियां ले रही ...
मै जब बीमार था तब रो रहा थापर मुझसे भी अधिक आंसू कोई और बहाए जा रहा था ,वो थे पापा मै जब बीमार था तब रो रहा थापर मुझसे भी अधिक आंसू कोई और बहाए जा रहा था ,वो थे पा...
राजेश सुरेश और मन्दाकिनी का एकलौता लड़का था ! राजेश सुरेश और मन्दाकिनी का एकलौता लड़का था !